
शिवम दुबे
चेन्नई की टीम को एमएस धोनी की कप्तानी में एक और मैच में हार का मुंह देखना पड़ा है। टीम की जो प्लेऑफ में जाने की थोड़ी बहुत संभावनाएं थी, वो भी अब खत्म हो गई हैं। टीम अभी भी आखिरी यानी दसवें नंबर पर है। ये सीजन चेन्नई के लिए बहुत खराब गया है, जिसकी उम्मीद शायद किसी ने भी नहीं की होगी। इस बीच चेन्नई की हार का जो खिलाड़ी सबसे बड़ा विलेन बना है, वो कोई और नहीं, बल्कि सीधे तौर पर शिवम दुबे हैं, जिन्हें टीम ने केवल तमाशा देखने के लिए टीम में रखा हुआ है। उन पर करोड़ों रुपये की रकम खर्च की गई है।
शिवम दुबे फिर नहीं बना सके रन
सीएसके की टीम एक वक्त काफी मजबूत स्थिति में थी। जब एक छोर पर सैम करन तूफानी बल्लेबाजी कर रहे थे, तब शिमव दुबे क्रीज पर आए। उम्मीद की जा रही थी कि शिवम दुबे भी अपने अंदाज में आक्रामक बल्लेबाजी करेंगे, लेकिन इस बार भी वे बुरी तरह से फ्लॉप रहे। पहले तो शिवम को ज्यादा स्ट्राइक मिली नहीं, जब मिली भी तो वे एक रन लेकर दूसरे छोर पर चले जा रहे थे। ऐसे में सैम करन पर अतिरिक्त दबाव आ गया और उन्हें आउट होना पड़ गया। मैच का 19वां ओवर टर्निंग प्वाइंट था, जब युजवेंद्र चहल ने एक ही ओवर में चार विकेट लेकर चेन्नई की कमर तोड़ दी। इसमें हैट्रिक भी शामिल थी। हालांकि इसके बाद भी शिवम दुबे नाबाद थे और आखिरी ओवर बाकी था। लेकिन 20वें ओवर में वे दूसरी ही बॉल पर आउट हो गए। जबकि उनके पास मौका था कि टीम के लिए आखिरी ओवर में कुछ रन बनाकर 200 के पार तक स्कोर पहुंचा पाते, लेकिन वे नाकाम रहे।
इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर आते हैं शिवम
शिवम ने इस मैच में छह बॉल पर छह रन बनाए और केवल एक चौका लगा पाए। ये हाल तब था, जब वे छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए थे। वे सीएसके के आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज रहे। शिवम दुबे ज्यादातर मैचों में इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर आते हैं, जब उनकी गिनती आलराउंडर्स में होती है। वे मिडियम पेस गेंदबाजी भी करते हैं, लेकिन ना जाने क्यों फील्डिंग के वक्त उन्हें बाहर बिठा दिया जाता है, ताकि तमाशा देख सकें।
चेन्नई ने शिवम पर खर्च किए हैं 12 करोड़ रुपये
ये बात समझ से परे हैं कि शिवम दुबे पर चेन्नई ने आखिरी 12 करोड़ रुपये किसलिए खर्च किए हैं। क्या वे केवल बल्लेबाजी के लिए 12 करोड़ की मोटी रकम ले रहे हैं। उन्हें सीएसके ने रिटेन किया है। वे एमएस धोनी से ज्यादा सैलरी इस साल के आईपीएल में ले रहे हैं, लेकिन करते कुछ भी नहीं। इस साल वे अब तक केवल एक ही अर्धशतक लगा पाए हैं, जब उन्होंने मुंबई के खिलाफ 50 रनों की पारी खेली थी। बाकी उनके बल्ले से एक भी बार ऐसी पारी नहीं आई, जिसे याद किया जा सके और जिसकी वजह से टीम ने जीत दर्ज करने में कामयाबी हासिल की हो।
