
घुटने में चटकने की आवाज
घुटने हमारे शरीर का एक बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। यह शरीर का एक जटिल और महत्वपूर्ण जोड़ है जो जांघ की हड्डी को पिंडली की हड्डी से जोड़ता है। यह खड़े होने, चलने, और संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। घुटनों में मौजूद मेनिस्कस (meniscus) और स्नायुबंधन (ligaments) घुटने के जोड़ को स्थिर और गति को सक्षम बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। कई बार आपने देखा होगा कि उठने बैठने पर घुटनों से कट कट की आवाज़ आती है। वहीं , चलने पर भी कुछ लोगों के घुटनों से यह कट कट कि आवाज़ आती है। ऐसे में पीएसआरआई अस्पताल में स्थित – स्पोर्ट्स इंजरी, जॉइंट प्रिवेंशन और रिप्लेसमेंट सर्जरी के निदेशक डॉ. गौरव प्रकाश भारद्वाज बता रहे हैं कि आखिर कब और किस स्थिति में घुटनों से आवाज़ आती है। यह कितना नॉर्मल है और आपको कब सावधान हो जाना चाहिए?
कब आती है घुटनों से आवाज़?
घुटना हमारे शरीर का एक जटिल जोड़ है, जो हड्डियों, लिगामेंट्स, टेंडन्स और कार्टिलेज से मिलकर बना होता है। जब हम चलते हैं, तो ये सभी संरचनाएँ आपस में समन्वय बनाकर काम करती हैं। यदि इन संरचनाओं में कोई असमानता आती है, तो घुटनों से आवाज़ आ सकती है। एक सामान्य कारण घुटने के जोड़ में गैस बुलबुले का बनना है। जोड़ों के तरल पदार्थ में कभी-कभी गैस के छोटे बुलबुले बन जाते हैं। जब हम चलते हैं या घुटने मोड़ते हैं, तो ये बुलबुले फूटते हैं और कट-कट जैसी आवाज़ सुनाई देती है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है और आमतौर पर किसी समस्या का संकेत नहीं होती।
दूसरा महत्वपूर्ण कारण घुटने के कार्टिलेज का घिसना हो सकता है। कार्टिलेज एक चिकनी परत होती है जो घुटने की हड्डियों को आपस में रगड़ने से बचाती है। उम्र बढ़ने के साथ या अत्यधिक गतिविधियों के कारण यह परत पतली या खुरदरी हो सकती है। इससे हड्डियों के बीच घर्षण बढ़ता है और आवाज आने लगती है। इस स्थिति को चिकित्सकीय भाषा में “ऑस्टियोआर्थराइटिस” कहा जाता है।
ये वजह भी हो सकती है:
कभी-कभी मांसपेशियों या लिगामेंट्स का सही से संरेखित न होना भी आवाज़ का कारण बन सकता है। विशेष रूप से जब कोई व्यक्ति व्यायाम करते समय या लंबे समय तक बैठे रहने के बाद अचानक चलता है, तो घुटने से आवाज़ आ सकती है।
कब हो जाएं अलर्ट?
यदि घुटनों से केवल आवाज़ आ रही है और दर्द, सूजन या जकड़न नहीं है, तो आमतौर पर चिंता की कोई बात नहीं होती। हल्के व्यायाम, स्ट्रेचिंग और स्वस्थ वजन बनाए रखना इस समस्या को कम कर सकता है। लेकिन यदि आवाज के साथ दर्द, सूजन, जकड़न या चलने में कठिनाई महसूस हो रही हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। सही समय पर निदान और इलाज से घुटनों की सेहत को बनाए रखा जा सकता है।
Disclaimer: (इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।)
