आले मोहम्मद इकबाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर देखने को मिला। 10 सालों से दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी को इस चुनाव में प्रचंड जीत मिली और 27 सालों बाद दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है। दिल्ली चुनाव के नतीजे आने के बाद अब उन सीटों को लेकर चर्चा हो रही है, जहां कुछ खास रहा। इनमें एक मटिया महल सीट भी है, जहां से आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार आले मोहम्मद इकबाल ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।
जीत का श्रेय किसे दिया?
मटिया महल से आले मोहम्मद इकबाल ने इस चुनाव में सबसे अधिक 42,724 मतों के अंतर से जीत हासिल की। उनके प्रतिद्वंदी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की दीप्ति इंदौरा थीं। इकबाल ने अपनी जीत का श्रेय जनता को दिया है। उन्होंने कहा, “यह कोई रिकॉर्ड नहीं है, बल्कि जनता के साथ उनके लगातार जुड़ाव का नतीजा है।”
“22 साल की उम्र में पहली बार चुनाव लड़ा”
इकबाल ने बताया कि 2012 में जब उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा था, तब उनकी उम्र महज 22 साल थी। इस दौरान वह सिटी जोन के एमसीडी अध्यक्ष बने। उन्होंने हा, ‘‘जब मैंने निगम का दूसरा चुनाव लड़ा था, तो मेरे खिलाफ 13 उम्मीदवार थे और उन सभी की जमानत जब्त हो गई थी। जब मैंने 2022 में तीसरा चुनाव लड़ा, तो मैंने पूरी दिल्ली में सबसे अधिक अंतर से जीत हासिल की और अब मैं विधानसभा चुनाव में 42,500 से अधिक वोट के अंतर से जीता हूं।’’
अपने पिता को लेकर क्या कहा?
इकबाल ने कहा कि उनकी यह जीत कोई रिकॉर्ड नहीं है, बल्कि जनता के साथ उनके लगातार जुड़ाव का नतीजा है, वह साल के 365 दिन और 24 घंटे जनता के लिए उपलब्ध रहते हैं। उन्होंने कहा, “मेरे पिता शोएब इकबाल ने पिछले 30 साल से जिस तरह से इस क्षेत्र के लिए काम किया है और दिल्ली एवं इस इलाके में ‘आप’ प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने जो काम किया है, उससे मुझे बहुत फायदा हुआ है।’’ (इनपुट- भाषा)
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