
HAMMER बम
Operation Sindoor: पहलगाम में आतंकवादी हमले का बदला भारत ने ले लिया है। भारतीय वायुसेना ने बुधवार की सुबह ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद समेत 21 आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। इस हमले में भारी संख्या में आतंकवादी मारे गए। भारत ने इस हमले में SCALP क्रूज मिसाइल, हैमर बम का इस्तेमाल किया। आखिर, भारत ने इन दोनों को ही क्यों इस्तेमाल किया? क्या है SCALP क्रूज मिसाइल की खासियत? HAMMER बम कैसे मचाता है तबाही? आइए इन दोनों घातक हथियरों की खासियत और कीमत से आपको रूबरू कराते हैं।
SCALP मिसाइल: सटीक निशाना
SCALP एक लॉन्ग-रेंज क्रूज मिसाइल है, जिसे भारत सरकार ने फ्रांस से राफेल डील के तहत खरीदा है। इस मिसाइल की रेंज 500 किमी से अधिक है। वजन करीब 1,300 किग्रा है। यह जमीन के ऊपर उड़ती हुई रडार से बचकर लक्ष्य को भेदती है। टारगेट पर सर्जिकल प्रिसिशन के साथ हमला करती है, जिससे जानमाल की क्षति बहुत ही कम होती है। यह इन्फ्रारेड और जीपीएस नेविगेशन पर काम करती है, जिससे लक्ष्यों को पूरी तरह से नष्ट कर देती है। एक मिसाइल की अनुमानित कीमत करीब 30 से 35 करोड़ रुपये है।
HAMMER बम: बंकरों को नेस्तनाबूद करने वाला
हैमर बम भी फ्रांस में ही बना है। इस बम को लड़ाकू विमानों से दागा जाता है। यह GPS, इनर्शियल नेविगेशन और लेजर गाइडेंस से निशाना लगाता है। यह विध्वंसक बम 60 से 70 किमी तक की रेंज में सटीक निशाना लगाने में सक्षम है। यह बम भूमिगत बंकरों और सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करने में इस्तेमाल किया जाता है। इसका वजन 125 किग्रा से 1000 किग्रा तक होता है। इस बम को चलती गाड़ियों, बंकर, बिल्डिंग्स जैसे टारगेट्स को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। कीमत की बात करें तो प्रति बम लगभग ₹3-5 करोड़ है।
