
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी जानकारी दुनिया के सामने रखी।
आज भारत के लिए गर्व और पाकिस्तान के लिए शर्म का दिन है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकवादी अड्डों को तबाह कर दिया है। आधी रात को पाकिस्तान व PoK के 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल्स और ड्रोन से अटैक किए गए और पाकिस्तान देखता रह गया। भारत की फौज को कोई नुकसान नहीं हुआ। भारत के किसी अफसर या जवान को खरोंच तक नहीं आई। पहली बार पाकिस्तान के पंजाब में दहशतगर्दों और उनके आकाओं को निशाना लगाकर मारा गया।
इसके बाद, सुबह साढ़े 10 बजे विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इंडियन आर्मी की कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ ऑपरेशन सिंदूर की डीटेल पूरे देश को बताई। कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि आतंकवादियों के ट्रेनिंग कैंप और छुपने के ठिकानों को एयरस्ट्राइक से तबाह करके भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का बदला ले लिया है।
बहुत कुछ कहता है ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम
ऑपरेशन सिंदूर का नाम बहुत कुछ कहता है। पहलगाम के गुनहगारों के खिलाफ सेना के अभियान को इस नाम लोगों के दिलों को छू लिया। दरअसल, आतंक के खिलाफ मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अपने ऐक्शन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम दिया गया। सिंदूर प्रतीकात्मक रूप से महिलाओं से जुड़ा है। हिंदू महिलाएं अपने सुहाग के प्रतीक के रूप में सिंदूर का इस्तेमाल करती हैं। पहलगाम में जिस तरह से आतंकियों ने देश की मां-बहन और बेटियों के सामने उनके बेटे, भाई और पतियों की हत्या की उसका जवाब से दुनिया को संदेश देना जरूरी थी। अब भारत ने बदला ले लिया और देश की बहन-बेटियों संदेश दे दिया।
नारी शक्ति ने दुनिया को सुनाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कहानी
सुबह मीडिया को ब्रीफ करने के लिए 2 महिला अधिकारियों को चुना गया। भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स की तरफ से विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने इस ऑपरेशन से जुड़ी एक-एक जानकारी को दुनिया के सामने रखा। यह उन लोगों के लिए भी साफ संदेश है जो इस घटना के बाद देश में हिंदु-मुसलमान करने में जुटे थे। सरकार ने इसके साथ ही संदेश दिया कि पाकिस्तान वालों तुम्हारें यहां से अधिक मुसलमान हमारे मुल्क में हैं।
सोफिया कुरैशी, व्योमिका सिंह के जरिए दिया एकता का संदेश
भारत ने इस हमले से केवल आतंकी तत्वों को जवाब नहीं दिया है बल्कि अपने देश के भीतर धर्म के नाम पर जोर देकर ध्रुवीकरण करने वालों को भी जवाब दिया है। भारत का मकसद टकराव को उकसाना नहीं है। भारत ने इस कार्रवाई के जरिए समाज के भीतर ध्रुवीकरण न फैले, किसी समुदाय को निशाना न बनाया जाए, इसे रोकने की कोशिश की। इसकी सूचना देने के लिए महिला सैनिक अफसरों का चयन किया गया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के पीछे छिपा है गहरा भाव
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के जरिए एकता का संदेश दिया गया। पहलगाम हमले के बाद जिस तरह से समाज एकजुट रहा, सत्ता और विपक्ष एकजुट रहा, एकता की उस भावना को भारत ने अपनी कार्रवाई के बाद भी बरकरार रखा है। इस हमले से उन तत्वों को किनारे कर दिया गया जो धर्म के नाम पर हमले पर ज़ोर देकर समाज में ध्रुवीकरण को बढ़ावा दे रहे थे। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर का नाम रख महिलाओं के सिंदूर उजाड़ने वालों को सबक सिखाने के साथ ही दुनिया के सामने अपनी दृढ़ता और प्रतिबद्धता की मिसाल भी पेश की।
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