
प्रतीकात्मक तस्वीर
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने 41वीं बटालियन के जवान के मुनीर अहमद को तत्काल प्रभाव से नौकरी से निकाल दिया है। कॉन्सटेबल के पद तैनात मुनीर अहमद ने एक पाकिस्तानी महिला के साथ शादी की थी और अपनी शादी की बात सभी से छिपाई थी। मुनीर की पत्नी पाकिस्तानी नागरिक है। यह जानते हुए भी उन्होंने वीजा की अवधि खत्म होने के बाद भी उसे अपने साथ रखा। उन्होंने जानबूझकर पाकिस्तानी नागरिक को अपने यहां शरण दी। इसका खुलासा होने के बाद मुनीर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि मुनीर का यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हानिकारक पाया गया। यह जवान आखिरी बार देश के प्रमुख आंतरिक सुरक्षा बल सीआरपीएफ की 41वीं बटालियन में तैनात था। आधिकारिक सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि उसे उन नियमों के तहत सेवा से बर्खास्त किया गया है, जिसके तहत जांच की आवश्यकता नहीं होती।
सीआरपीएफ के प्रवक्ता का बयान
सीआरपीएफ के प्रवक्ता उप महानिरीक्षक (डीआईजी) एम दिनाकरन ने कहा, “उनके कार्यों को सेवा आचरण के उल्लंघन और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हानिकारक पाया गया।” पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर उठाए गए कूटनीतिक उपायों के तहत भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के लिए कहने के बाद अहमद की मेनल खान के साथ शादी का पता चला, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। दोनों ने पिछले साल 24 मई को एक वीडियो कॉल के जरिए शादी की थी। सीआरपीएफ की जांच में पाया गया कि जवान ने संबंधित अधिकारियों को अपनी शादी और उसके भारत में रहने की “सूचना नहीं दी थी”।
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश
भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया है। इसी आदेश के बाद सामने आया कि मुनीर की पत्नी मीनल पाकिस्तानी नागरिक हैं। भारत सरकार ने 23 अप्रैल को आदेश जारी करते हुए कहा था कि सभी पाकिस्तानी नागरिक 48 घंटे के अंदर भारत छोड़ दें। इसके बाद अधिकतर पाकिस्तानी नागरिक भारत से जा चुके हैं।
