रेकरिंग डिपोजिट (आरडी) एक पॉपुलर बचत साधन है, जो आपको समय के साथ पर्याप्त धन जमा करने के लिए नियमित रूप से एक निश्चित राशि निवेश करने की परमिशन देता है। इसके लिए समय पर अपनी आरडी की किस्त जमा करना भी जरूरी है। लेकिन अगर आपकी किस्त मिस हो जाती है तो इसके क्या परिणाम होंगे इसे समझना जरूरी है। भुगतान न करने पर जुर्माना लग सकता है, ब्याज आय कम हो सकती है और यहां तक कि खाता बंद भी हो सकता है। आइए, जानते हैं कि किस्त मिस होने पर क्या असर हो सकता है।
क्या होता है नुकसान
ब्याज का नुकसान
रेकरिंग डिपोजिट (आरडी) पर ब्याज का कैलकुलेशन नियमित जमा के आधार पर की जाती है। अगर कोई किस्त छूट जाती है, तो अर्जित ब्याज अपेक्षा से कम होगा, जिससे आपके समग्र रिटर्न में कमी आएगी।
वित्तीय संपत्ति और योजना पर प्रभाव
पर्याप्त बचत कोष बनाने के लिए अपने आरडी में नियमित योगदान करना जरूरी है। एक किस्त न चुकाने से आपकी वित्तीय योजना बाधित हो सकती है और आपके वित्तीय लक्ष्य हासिल करने में देरी हो सकती है।
बैंक के साथ इमेज का नुकसान
अपनी आरडी किस्तों पर लगातार चूक करने से बैंक के साथ आपके संबंधों पर निगेटिव असर पड़ सकता है। हालांकि इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन खराब ट्रैक रिकॉर्ड के चलते भविष्य में बैंक द्वारा आपको कुछ वित्तीय उत्पाद या सेवाएं प्रदान करने की इच्छा पर असर पड़ सकता है।
किस्त मिस होने पर क्या करें
छूटी हुई किस्त का तुरंत भुगतान करें
अगर आपका बैंक इसकी परमिशन देता है, तो छूटी हुई किस्त के साथ-साथ किसी भी दंड का भुगतान जल्द से जल्द करें। यह पहल आपकी ब्याज आय और मेच्योरिटी वैल्यू पर प्रभाव को कम कर सकता है।
अपनी वित्तीय योजना की समीक्षा करें
अगर आपको नियमित आरडी भुगतान करना चुनौतीपूर्ण लगता है, तो शायद अपनी वित्तीय योजना की समीक्षा करने का समय आ गया है। अपने बजट को एडजस्ट करने, गैरजरूरी खर्चों को कम करने या अगर संभव हो तो अपनी आरडी किस्त राशि को कम करने पर विचार करें।
