
एक ही परिवार के 6 सदस्यों की नदी में डूबने से मौत।
गुजरात के खेडा जिले में आज एक बड़ी दुर्घटना हुई है। यहां बुधवार शाम एक ही परिवार के 6 सदस्य नदी में डूब गए, जिनमें अधिकतर किशोर चचेरे भाई-बहन थे। परिवार के 6 सदस्यों की डूब जाने की सूचना जैसे ही परिवार के लोगों को मिली तो मातम फैल गया। परिवार के बुजुर्ग सदस्य बिलखकर रो पड़े।
मृतकों की उम्र 14 से 21 साल के बीच
पुलिस ने बताया कि यह घटना कनीज गांव में हुई। खेडा के पुलिस अधीक्षक राजेश गढिया ने बताया, ‘‘छह व्यक्ति जो 14-21 वर्ष की आयु के भाई-बहन या रिश्ते के भाई-बहन थे- मेश्वो नदी में नहाने गए थे, जिसमें वे डूब गए। इनमें चार लड़कियां और दो लड़के थे। सभी छह शव निकाल लिए गए हैं।’’
सभी थे भाई-बहन
उन्होंने बताया कि 6 मृतकों में से दो कनीज गांव के निवासी थे और चार उनके रिश्ते के भाई-बहन थे जो अहमदाबाद से उनसे मिलने और छुट्टियां बिताने आए थे। अधिकारियों ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद अहमदाबाद पुलिस और दमकल विभाग की एक टीम मौके पर पहुंची और एक बचाव अभियान शुरू किया। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में मातम छाया हुआ है।
शिक्षिका और छात्र के कृत्य ने सूरत पुलिस को चौंका दिया
वहीं, गुजरात से एक चौंका देने वाली घटना सामने आई है। सूरत की 23-वर्षीय एक महिला शिक्षिका ने अपने 11-वर्षीय छात्र का अपहरण कर लिया और दोनों चार राज्यों की लंबी यात्रा पर निकल पड़े। पुलिस ने बुधवार तड़के राजस्थान बॉर्डर के पास से उन्हें गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आया कि छात्र और उसकी ट्यूशन शिक्षिका को उनके परिजनों ने डांटा था, जिससे नाराज होकर वे साथ घर छोड़कर निकल पड़े। पुलिस उनके आपसी संबंधों की प्रकृति की जांच कर रही है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों एक ही इलाके में रहते थे और पिछले दो से तीन वर्षों से एक-दूसरे को जानते थे। छात्र 25 अप्रैल को लापता हो गया था। सीसीटीवी फुटेज में वह छात्र अपनी शिक्षिका के साथ जाते हुए नजर आया। दोनों वृंदावन और जयपुर जाने से पहले सूरत से दिल्ली आये थे। वे दोनों एक नया स्थान तलाश रहे थे और गुजरात लौट रहे थे, तभी पुलिस ने राजस्थान सीमा के पास एक निजी बस में शिक्षिका को ट्रेस किया, जो सूरत से करीब 390 किलोमीटर दूर था। उन्हें बुधवार तड़के पकड़कर सूरत लाया गया।”
डांट खाने के बाद पेरेंट्स को छोड़ने का किया फैसला
लड़के ने पुलिस को बताया कि पढ़ाई को लेकर डांट खाने के बाद उसने अपने माता-पिता को छोड़ने का फैसला किया, जबकि शिक्षिका ने दावा किया कि काम को लेकर उसे डांटा गया था। पुलिस छात्र की उम्र का सत्यापन कर रही है, क्योंकि उन्हें संदेह है कि वह 11 साल से बड़ा हो सकता है। पुलिस उनके बीच के संबंध की भी जांच कर रही है। गढ़वी ने बताया कि छात्र के पिता द्वारा शिक्षिका पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसके बाद पुलिस ने मानव और तकनीकी निगरानी की मदद से शिक्षिका का पता लगाया।(भाषा इनपुट्स के साथ)
