
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी
हैदराबादः पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। इस बीच एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ओवैसी ने कहा कि इस बार घर में घुसकर मारना नहीं बल्कि घर में घुसकर बैठ जाओ। बार-बार टेररिस्ट अटैक नहीं होना चाहिए।
ओवैसी ने कहा कि बीजेपी कहती है ‘घर में घुस के मारेंगे’। अगर आप (केंद्र सरकार) इस बार (पाकिस्तान के खिलाफ) कार्रवाई कर रहे हैं, तो ‘घर में घुस कर बैठ जाना’। यह भारतीय संसद का संकल्प है कि पीओके हमारा है। सभी विपक्षी दल सरकार से कह रहे हैं कि आतंकवाद का खात्मा होना चाहिए…”।
इससे पहले भी असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तान पर तीखा हमला किया था। उन्होंने कहा था भारत सरकार पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा एक्शन ले। सरकार के हर फैसले का उनकी पार्टी समर्थन करेगी।
जाति जनगणना पर कही ये बात
जातिगत जनगणना पर बात करते हुए हैदराबाद के सांसद ने कहा कि जाति जनगणना (कास्ट सेंसस) होना ज़रूरी है ताकि कौन सी जाति कितनी विकसित हुई है इसका पता चलेगा। बीजेपी की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि जब इस पर बात हुई तो आपके बड़े-बड़े नेता बंटेंगे तो कटेंगे का नारा देते रहे। पसमांदा मुसलमानों की बात बीजेपी करती है, लेकिन क्या किया उनके लिए टाइम लाइन बताना चाहिए।
ओवैसी ने बीजेपी से पूछे ये सवाल
असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को जाति जनगणना के जल्द क्रियान्वयन पर जोर दिया और जानना चाहा कि 2029 के संसदीय चुनावों से पहले रिपोर्ट उपलब्ध होगी या नहीं। उन्होंने कहा कि जाति जनगणना होनी चाहिए ताकि यह पता चल सके कि कौन सी जाति विकसित है और कौन सी जाति अविकसित। यह देश में सकारात्मक कार्रवाई और न्याय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि आपने ओबीसी के आरक्षण को सिर्फ 27 प्रतिशत पर रोक दिया है, यह पर्याप्त नहीं है…” ओवैसी ने जाति जनगणना के लिए सरकार की मंशा और समयसीमा पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि “हम भाजपा से जानना चाहते हैं कि आप इसे कब शुरू करेंगे और कब तक पूरा करेंगे।
केरल में आयोजित आरएसएस की एक बैठक की रिपोर्ट का हवाला देते हुए ओवैसी ने कहा, “केरल में आरएसएस की एक बैठक हुई थी, उस बैठक में भी उन्होंने जाति जनगणना कराने की बात की थी। हम जानना चाहते हैं कि सरकार जनगणना कब शुरू करेगी और यह कब पूरी होगी और इसका डेटा देश के सामने कब पेश किया जाएगा।
