
लखनऊ विश्विद्यालय
लखनऊ विश्वविद्यालय से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने भाषा विज्ञान विभाग के सहायक आचार्य को शो कॉज नोटिस जारी किया है। मिली जानकारी के अनासर, विश्वविद्यालय ने सहायक आचार्य को सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट साझा करने के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव द्वारा जारी लेटर में कहा गया है कि उन्होंने अपने पोस्ट में जैसी भाषा का प्रयोग किया गया है, वो विश्वविद्यालय और देश की छवि को धूमिल कर सकता है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने आरोप लगाया है कि उस पोस्ट को एक पाकिस्तानी हैंडल द्वारा भी रीपोस्ट किया गया, जिससे विश्वविद्यालय की गरिमा को ठेस पहुंचने की आशंका बढ़ गई है। पत्र में शिक्षिका से पांच वर्किंग डे के अंदर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है, नहीं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जाएगी।
लेटर
नोटिस में यह भी कहा गया है, “कृत्य लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रथम परिनियमावली की अनुसूची ‘सी’ (कोड ऑफ कन्डक्ट फॉर टीचर्स) में शिक्षकों हेतु निर्धारित व्यवस्था के प्रतिकूल है। आतंकवाद सम्पूर्ण विश्व, देश व समाज सब के लिए विष के समान एवं घातक तथा अमानवीय है। आपकी उक्त टिप्पणी से छात्रों में व्यापक रोष व्याप्त है और आपके विरुद्ध कार्यवाही की मांग की जा रही है।”
पटना विश्वविद्यालय के हॉस्टल में दो समूहों के बीच झड़प
वहीं, पटना विश्वविद्यालय के छात्रावासों में दो समूहों के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद 13 विद्यार्थियों को हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, यह झड़प सुबह कैवेंडिश और मिंटो छात्रावासों के विद्यार्थियों के बीच हुई। अधिकारियों ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर पीरबहोर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची।
एसडीपीओ ने बताया, “इस घटना के सिलसिले में मामला दर्ज कर लिया गया है और 13 विद्यार्थियों को हिरासत में लिया गया है। बरामद बमों की प्रकृति का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।” (With PTI Input)
ये भी पढ़ें- राष्ट्रपति ने 71 लोगों को पद्म अवॉर्ड से सम्मानित किया, सुशील मोदी और पंकज उधास को मरणोपरांत पद्म भूषण मिला
