दो धार्मिक स्थलों पर चला बुलडोजर
सीतापुर: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में देर रात प्राचीन काल से हाईवे के किनारे बनी मस्जिद और मंदिर को बुलडोजर से ढहा दिया गया। पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में सेतु निगम ने सर्विस लाइन को बनाने के दौरान रास्ते में पड़ने वाली दोनों इमारतें जमीदोंज कर दी। दोनों समुदायों के पक्षों की सहमति के बाद प्रशासन ने यह कार्रवाई की गई है।
देर रात हुआ बुलडोजर एक्शन
देर रात तक चली इस बुलडोजर की कार्रवाई को देखने के लिए भारी भीड़ जमा रही। यह पूरा मामला सिधौली कोतवाली इलाके के कस्बे का है। मस्जिद और मंदिर पर बुलडोजर चलाने के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया था।
निर्माण में बाधा बन रही थीं प्राचीनतम इमारतें
बता दें कि नेशनल हाइवे दिल्ली -लखनऊ मार्ग पर बन रहे ओवरब्रिज निर्माण के दौरान बनने वाली सर्विस लाइन में दोनों प्राचीनतम इमारतें बाधा बन रही थीं। बताया जाता है कि वर्ष 1899 से स्थापित मस्जिद और मंदिर बीच रास्ते में आ रहे थे जिसे अधिकारियों ने हटवाने का प्रयास किया था। इस दौरानदोनों ही समुदाय के विरोध को देखते हुए न तो मस्जिद ही तोड़ी जा सकी और न ही मंदिर को तोड़ा जा सका। बाद में अधिकारियों ने दोनों ही पक्षों के लोगों से बातचीत की। यह वार्ता कई राउंड चली। इस वार्ता में प्रशासन और सेतु निगम के अधिकारियों ने मंदिर और मस्जिद को हटाकर दूसरी जगह बनवाने काआश्वासन दिया।
पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में हुई कार्रवाई
इस आश्वासन के बाद दोनों ही पक्ष मंदिर और मस्जिद को हटवाने के लिए राजी हुए जिसके बाद देर रात अधिकारियों व भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मंदिर और मस्जिद को हटाने की कार्रवाई की गई। प्रशासन की मौजूदगी में दोनों पक्षों की तरफ के व्यक्तियों के मौजूदगी में जेसीबी से इमारत को ध्वस्त किया गया देर रात तक पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में मंदिर और मस्जिद की इमारत को ध्वस्त करने का काम जारी रहा है।
(रिपोर्ट-मोहित मिश्र, सीतापुर)
